Avinash Pathak 9674th day ( 8 जनवरी 2024) 12.00 ढिकोली में किसानों के लिए माग रखी जो किसानों के लिए लिखी है थी , Avinash Pathak 9675th day( 9 जनवरी 2024) 10.40कोर्ट जाते समय रास्ते में कुछ 10 -11 बच्चे 12th के छात्र थे लड़ रहे थे । उन्हे रोकने में मुझे 10 मिन लगा और मैं उतना ही लेट हुआ । पर तामाशमी लोग देखकर बुरा लगा कोई भी रुकवा सकता था पर..... क्या हो रहा है भारतीय समाज को 😟 अविनाश पाठक 9676 (10 जनवरी 2024 ) धन की बात पॉडकास्ट व लेख नही लिख पाया विश्व हिंदी दिवस था , लिखा और निकल गया 11.45 पर रक्सा पहुंचा , मेने जो लोकसेवकों को जून में लिखे थी किसान की मांगे वही कहिनी पड़ रही है। सबसे बुरा हाल है लोकसेवकों का , जनता के प्रति कोई जवाब देह नही कोई मतलब नही , अविनाश पाठक का प्रथ्वी पर 9677व दिन (11 जनवरी 2024) 4.00 - गुरूवार गुरू के लिए Make Bharat Great Again लिख रहा था इतने में मरीज आ गए, 7 पीढ़ी से आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा हमारे वंश का कर्म क्यों है साल में 100 बार से ज्यादा होता है, जब पूरा परिवार जागता है इन मरीजों के लिए, जबकी ...