Avinash Pathak week 1391
APlife 9740th day on earth (14 March 2024) 9.06 हा मैं डरता हूं अपने शब्दों से मैंने अपने जीवन में जो जो लिखा (बोला) है मैंने वो सब किया है, डर इस बात का लगा रहता है कुछ गलत न बोल दूं, क्योंकि अविनाश का लिखा गुरु 🔱 ने पूरा किया है । मेरी जुबान बड़ी काली है, सत्य की राह पर सिद्धियां डली रहती हैं, पर आनंद है चलने में सफर में बस आज में न की आने वाले या बीते कल में सुख में जीना है गुरु नाम, लेकर सादा जीवन अनुशासन बस काफ़ी है 🔱 have a great day to all