Avinash Pathak 8997th day

5.31 - मुझे केवल स्वयं से उम्मीद है, केवल मे ही स्वयं को खुश रख पाता हूँ, निस्वार्थ, बिना लोभ की बुद्धि मिलना आसान नही, 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Avinash Pathak 1399