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Avinash Pathak 1397 week on Earth

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APlife 9778th day on Earth (22 April 2024) 12.52 - this my 22nd day for my election campaign but I'm in  passport office for clients 😌not exactly but for my brother and friend . APlife 9782th day on earth 26 April 24  2 may  First time nomination in Jhansi Lalitpur loksabha  । । 

Avinash Pathak 1392

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कीमत 2022 की है हर ब्रांड यूनिकॉर्न से ऊपर होगा  APlife 9749 th day on earth (23 मार्च 2024 ) 10.am  जिनके भी बच्चे पढ़ते हो, वो हफ्ते में एक दिन (हर शनिवार) बच्चे के स्कूल जरूर जाया करे.... और हर दिन अपने बच्चे से पूछा करे क्या सीखा... माता पिता का धर्म है संस्कार का उसे जरूर निभाए। मेरे (देश)गांव के बच्चे मेरे भाई बहन है और भाई होने का फर्ज में निभाता हुं हर शनिवार।

Avinash Pathak week 1391

APlife 9740th day on earth (14 March 2024) 9.06 हा मैं डरता हूं अपने शब्दों से मैंने अपने जीवन में जो जो लिखा (बोला) है मैंने वो सब किया है, डर इस बात का लगा रहता है कुछ गलत न बोल दूं, क्योंकि अविनाश का लिखा गुरु 🔱 ने पूरा किया है । मेरी जुबान बड़ी काली है,  सत्य की राह पर सिद्धियां डली रहती हैं, पर आनंद है चलने में सफर में बस आज में न की आने वाले या बीते कल में सुख में जीना है गुरु नाम, लेकर सादा जीवन अनुशासन बस काफ़ी है 🔱 have a great day to all 

Avinash Pathak 1390th week in Earth

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पिछला शनिवार समाज के लिए आंदोलन  APlife 9732 th day on earth (6 March 2024) (धन की बात 168 व लेख ) महीनो बाद समय मिला की लिख पाऊं 6 महीने के लिए घर में रहकर, सारे कार्य करने का फैसला किया है, पाठक पंच सिद्धांत का चैलेंज लिया है अभी 32 व दिन है ... बुधवार था तो धन की बात लेख लिखा, अगले बुधवार की भी योजना बन गई.....  8.02 - अभी पुस्तक पापाजी को एक पुस्तक नही मिली अपने 7 पीढ़ी की पुस्तक संग्रह में देखी नही मिली, तो कॉल किया और दुकान बन्द थी इससे uho library और avinaas strore का विचार और प्रबल हुआ  शॉर्ट स्टोरी लिखी अब रोज लिखा करूंगा, पुस्तकों के प्रकाशन के पहले ये बड़ा  2.20- हर एकादशी, पूर्णिमा में मन भर के रोता हूं ये मुझे पूर्ण मानव होने का एहसास देता है, नही कोई दुःख नही, कोई कारण भौतिक नही , कारण विशुद्ध आधत्मिक प्रेम , मैने ये अनुभव किया है,

Avinash Pathak 1383th week

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Avinash Pathak 9683th day (16 जनवरी 2024) 12.20 पर किसान लेकर गए, उनकी वकालत मुझे ही करनी थी मुझे आज , समय नही मिला लिखने का बीड़ा ने बहुत कुछ अनुभव दिए हैं, और उसने मेरा ही नही पुरे भारत को बदलने का अनुभव दिया है।  मेरे कार्यालय की टीम ने ये post बनाए है जो की मेरे परिचय है 

Avinash Pathak 1382th week

Avinash Pathak 9674th day ( 8 जनवरी 2024) 12.00 ढिकोली में किसानों के लिए माग रखी जो किसानों के लिए लिखी है थी ,  Avinash Pathak 9675th day( 9 जनवरी 2024) 10.40कोर्ट जाते समय रास्ते में कुछ 10 -11 बच्चे  12th के छात्र थे लड़ रहे थे ।  उन्हे रोकने में मुझे 10 मिन लगा और मैं उतना ही लेट हुआ । पर तामाशमी लोग देखकर बुरा लगा कोई भी रुकवा सकता था पर..... क्या हो रहा है भारतीय समाज को 😟  अविनाश पाठक 9676 (10 जनवरी 2024 )  धन की बात पॉडकास्ट व लेख नही लिख पाया  विश्व हिंदी दिवस था , लिखा और निकल गया 11.45 पर रक्सा पहुंचा , मेने जो लोकसेवकों को जून में लिखे थी किसान की मांगे वही कहिनी पड़ रही है।  सबसे बुरा हाल है लोकसेवकों का ,  जनता के प्रति कोई जवाब देह नही कोई मतलब नही , अविनाश पाठक का प्रथ्वी पर 9677व दिन (11 जनवरी 2024) 4.00  - गुरूवार गुरू के लिए Make Bharat Great Again लिख रहा था इतने में मरीज आ गए, 7 पीढ़ी से आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा हमारे वंश का कर्म क्यों है साल में 100 बार से ज्यादा होता है, जब पूरा परिवार जागता है इन मरीजों के लिए, जबकी ...

Avinash Pathak 1381th week on earth

APlife 9670th day on earth  (4 jan 2024) आध्यात्मिक होने का मतलब अपना पूरा समय स्वयं के सवालो में, सत्य को समझने में देना मैं अपना एक सेकंड भी किसी को न दूं वो UHO है जिसकी वजह से *समय दान सीखा*  avinaas industries जिसने ' प्रोफेसनल' बनाया।  Pathak Temple *जिसने अनुशासन सिखाया*  और गुरू है जिसकी वजह से ये सब मेरे लक्ष्य का हिस्सा बने . जो भी हो रहा है सब उसकी योजना है .. ( स्टेटस) (गुरूवार गुरू के लिए 🔱) #ahamrudray 12.10 - क्लाइंट की appointment थी एसएसपी ऑफिस झांसी गया एक पुलिस बाला रिश्वत लिया उसके संबंध में ips tranni से बहस की .... सच कहूं तो लोकसेवकों का रवैया देश के नागरिकों के प्रति कैसा होगा....  मेरा अनु शासन अधिनियम ही इसका इलाज होगा   Avinash Pathak 9671th day on earth ( 5 jan 2024) 8.14am - में Make Bharat Great Again 🇮🇳 के लिए जीता हूं  इस देश के नीतियों को लेकर बड़ा चिंतित हूं उनमें न कोई विश्वशनीयता है न ही कोई न्याय संगत तर्क... लोकसेवक ये कभी कर ही नही सकते क्योंकी उनकी सोच का स्तर तभी बन गया था जब उन्होंने नौकरी से ऊपर सोच ही...