Avinash Pathak 8962th day (26 jan 2022)

4am बड़ा खुश हूँ आज की परेड देखने के लिए उत्सुक हूँ । 
कल जो शिक्षा का दैनिक लक्ष्य अभ्यास आज ज्यादा है इसी लिए जल्दी आँख खुल गयी। 


  परेड को देखा ही नही बल्कि उसे लिखा भी, पूरे भारत की झाकिया देखी, जबकि दिन दक्षिण भारत का खाना के खाने को समर्पित था, देश के कोने कोने के जायके को बनाके कुछ अनुभव  घर पे ही मिल जाते है 


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