Avinash Pathak 9058th day

ईश्वर का अंश हर जीव मे है, जितने नाम है सब उसी के है, तुम किसी भी प्रकार से उसे याद करो वो सुनता है अध्यात्म का विकास सत्य से संभव है, सत्य के बिना, भक्त की सारी क्रियाएँ पाखंड है.... इसलिए गुणों मे ईश्वर को लाओ जब ऐसा होगा, दुनिया इधर उधर होगी तुम अकेले इस विश्व को पराजित करने का सामर्थ रखोगे.....    अच्छा बुरा नही सत्य के समर्थक रक्षक बनो तभी ईश्वर को अनुभव कर पाओगे, 

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