Avinash Pathak week 1441
मैने 11 साल दिन रात लेखन चिंतन अभ्यास करके , 19 पुस्तकें मानव जाति के लिए लिखी ,
और उनसे और में सत्य और अनुशासन का प्रचारक हु
मेरे जीवन में सत्य और अनुशासन सर्वोपरी था है और रहेगा
मेरा सिर ईश्वर ( सत्य) गुरु (तिंरगा) के अलावा कही नहीं झुका
कोई दो कोड़ी का बेइमान लोकसेवक ( सांसद विधायक अधिकारी) है क्या, में ईश्वर (सत्य)का प्रतिनिधि हु|
मेरा जीवन 🌳 विश्व शांति संधि 🌎 के लिए समर्पित है ।
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ये सब देश के लिए है 🇮🇳 देश वासियों के लिए है
में क्या दे सकता हूं दुनिया को यही सोचता हूं।
#सत्य_और_युवा
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